बिहार चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन ने किया तेजस्वी यादव को किया बतौर मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री घोषित,
Bihar, 23 October 2025,
बिहार चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को बतौर मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। इसके साथ ही विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, हम महागठबंधन के लोग सिर्फ सरकार बनाना या सीएम बनना नहीं चाहते, बल्कि बिहार बनाना चाहते हैं। इसीलिए हम साथ हैं। मैं महागठबंधन के सभी सदस्यों को मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं उन सभी से कहना चाहता हूं कि मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने की हर संभव कोशिश करूंगा और साथ मिलकर हम 20 साल पुरानी नितीश सरकार को उखाड़ फेंकेंगे जो अभी सत्ता में है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, देश और राज्य में बन रहे हालात से चिंतित होना स्वाभाविक है। अगर कोई उनकी आलोचना करेगा तो आपको जेल हो जाएगी। तो देश क्या चाहता है? किसान हों, मजदूर हों या आम आदमी, सभी परेशान हैं। लोग बदलाव चाहते हैं।
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद को एक बड़ा राजनीतिक झटका भी लगा है। मुजफ्फरपुर जिले की कुढ़नी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक और राज्यसभा सांसद अनिल सहनी विगत दिवस आरजेडी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं।
अनिल सहनी ने नीतीश कुमार की जदयू से राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। जदयू ने ही उन्हें राज्यसभा भेजा था। सांसद रहते हुए ही उन पर एलटीसी घोटाले में हवाई टिकट की अवैध बिक्री का आरोप लगा और सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया। बाद में उन्होंने आरजेडी का रुख किया और 2020 में कुढ़नी से विधायक बने।
बिहार में दो चरणों में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को घोषित की जाएगी। 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव परिणाम घोषित होने से पूर्व सीएम फेस घोषित करने की चुनावी रणनीति राजनीतिक दलों के लिए सदैव चुनौतीपूर्ण होती है। ऐसे समय में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के टकराव की आशंका बनी रहती है। इसका ताजा उदाहरण हरियाणा विधानसभा का चुनाव है। जहां कांग्रेस ने पार्टी के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को सीएम फेस घोषित कर विधानसभा चुनाव लड़वाया और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।
