Delhi, 08 August 2025,
सोने का मूल्य अब तक के सर्वाधिक स्तर पर पहुंच गया है। इसका कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा गोल्ड बार्स पर टैरिफ लगाने का फैसला है। इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड फ्यूचर्स ने अब तक का सबसे ऊंचा स्तर छुआ, जबकि घरेलू बाजार में भी सोना ₹1.02 लाख प्रति 10 ग्राम के पार चला गयामुताबिक, इस कदम से बैंक सेटलमेंट और गोल्ड ट्रेड में दिक्कतें आ सकती हैं। इसके साथ ही चांदी की कीमतें भी करीब ₹1.15 लाख रुपये प्रति किलो है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएस कस्टम्स ने 1 किलो और 100 औंस के गोल्ड बार्स को ज्यादा टैरिफ लगाने की केटेगरी में रखा है। इसका ज्यादा असर स्विट्जरलैंड जैसे देशों पर पड़ेगा। जो दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिफाइनिंग हब है।
अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में रुपया 87.56 पर खुला, फिर शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.63 के निचले स्तर को छू गया। जो पिछले बंद भाव से 5 पैसे कम था। लगातार व्यापार अनिश्चितता और रिजर्व बैंक इसे 87.95 के स्तर पर बनाए रखने की अमेरिकी डॉलर में मजबूती के बीच बैकड्राप का दबाव अभी भी बना हुआ है।
शेयर बाजार: हफ्ते के अंतिम कारोबारी सत्र यानी आज, 8 अगस्त को बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी, शाम जाते-जाते यह गिरावट और भी गहरा गई। दिन के अंत तक सेंसेक्स 765 अंकों की गिरावट के साथ, वहीं, निफ्टी 232 अंक फिसलकर बंद हुआ था मेटल, फार्मा और ऑटो के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स में 30 शेयरों में से केवल 5 शेयरों में ही तेजी रही। बाकी के शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।इस दौरान निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये डूबने की आशंका जताई जा रही है
जबकि बीते कारोबारी दिन बाजार में भारी बिकवाली आई थी। सेंसेक्स 7 अगस्त को 79 अंक बढ़कर 80,623 पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी भी 22 अंक की तेजी के साथ 24,596 पर बंद हुआ था. सेंसेक्स ने कल अपने 79,811 के निचले स्तर से 812 अंक की रिकवरी की थी। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में बढ़त और 13 में गिरावट रही थी। आज IT, बैंकिंग और ऑटो शेयर्स में ज्यादा गिरावट रही थी. वहीं FMCG और एनर्जी शेयर्स पर दबाव देखने को मिला था।