दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने अमेरिकी यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और अमेरिका संबंधों को अपने नेतृत्व से संजोया है, जीवंत बनाया है। जिस उत्साह से उनकी पहली टर्म मे हमने मिलकर काम किया, वही उमंग, वही उर्जा और वही प्रतिबद्धता मैंने आज भी महसूस की है। आज की चर्चाओं में उनके पहले टर्म मे हमारी उपलब्धियों का संतोष और गहरे आपसी विश्वास का सेतु था। साथ ही नए लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प भी था। हम मानते हैं कि भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को नया आयाम दे सकता है।
अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रम्प के मोटो, “मेक अमेरिका ग्रेट” यानि “मागा” से परिचित हैं। भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प को लेकर तेज गति शक्ति से विकास की ओर अग्रसर हैं। आज हमने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी ट्रेड एग्रीमेंट को शीघ्र संपन्न करने पर काम करेंगी।
प्रधानमंत्री ने मीडिया से कहा , भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम तेल तथा गैस व्यापार को बल देंगे। उर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश भी बढ़ेगा। न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में हमने स्मॉल माड्यूलर रिएक्टर्स की दिशा में सहयोग बढ़ाने पर भी बात की। भारत की डिफेंस प्रिपेरेडनेस में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। स्ट्रैटेजिक ट्रस्टेड पार्टनर्स के नाते हम ज्वाइंट डेवलपमेंट जॉइंट प्रोडक्शन ट्रांसफर ऑफ़ टेक्नोलॉजी की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी नयी टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट हमारी क्षमता बढ़ाएंगे। हमने ऑटोडोमर सिस्टम इंडस्ट्री एलाइंस, लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अगले दशक के लिए डिफेंस को-ऑपरेशन फ्रेमवर्क बनाया जाएगा। डिफेंस इंटर ऑपरेबिलिटी , लोजिस्टिक्स, रिपेयर और मेंटेनेंस भी इसके मुख्य भाग होंगे।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा इक्कीसवीं सदी टेक्नोलॉजी -ड्राइविन सेंचुरी है। लोकतान्त्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है।
भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतान्त्रिक मूल्यों तथा व्यवस्थाओं को सशक्त बनाती है। इंडो- पेसिफिकI में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। इसमें क्वाड की विशेष भूमिका होगी। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका दृढ़ता से साथ खड़े रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भारत आने के लिए आमंत्रित किया।