दिल्ली, इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते के तहत इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली में इजरायल ने अभी तक कुल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है। हमास ने तीन इजरायली बंधकों को मुक्त कर दिया। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के अधिकारिक सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
फिलिस्तीन प्रिजनर सोसायटी का कहना है कि रिहा किए गए सात फिलीस्तीनी कैदियों को रामल्लाह पहुंचने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। एनजीओ के प्रमुख अब्दुल्ला अल-ज़गहरी ने कहा, “आज रिहा किए गए सभी कैदियों को पिछले महीनों में उनके साथ हुई क्रूरता के परिणामस्वरूप चिकित्सा देखभाल, उपचार और जांच की जरुरत है। सात कैदियों को अस्पताल में ट्रांसफर किया गया है।”
फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने पुष्टि की कि रिहा किए गए सात कैदियों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के रामल्लाह में, 42 रिहा किए गए फिलिस्तीनी कैदियों को ले जा रही एक बस का फिलिस्तीनियों ने स्वागत किया।
वहीं हमास ने शनिवार को तीन और इजरायली बंधकों को गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत मुक्त कर दिया। तीनों को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के लड़ाकों ने बंधक बनाया था। रिहा किए गए बंधकों में एली शराबी, ओहद बेन अमी और ऑर लेवी शामिल हैं। हमास ने शनिवार सुबह उन्हें रेड क्रॉस को सौंप दिया। इसके बाद इन्हें इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के हवाले किया गया और फिर इजरायल ले जाया गया। इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने तीन इजरायली बंदियों की हालत लेकर चिंता जताई है जो रिहाई के वक्त काफी दुबले-पतले दिखाई दे रहे थे। उन्होंने तीनों की कमजोर शारीरिक स्थिति पर विरोध जताते हुए कहा कि यह मानवता के विरुद्ध अपराध है।
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में घुस-पैठ करके लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था। और महिलाओं सहित 251 नागरिकों को बंधक बना कर अपने साथ ले गए थे। जिसके बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा कर हमास के विरुद्ध युद्ध शुरू कर दिया। इजरायल के हमले में कम से कम 47,500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इस युद्ध में इजरायल ने 7 अक्टूबर 2023 के हमले में संलिप्त हमास के मुख्य नेताओं की हत्या करवा दी है।