Bihar, 06 July 2025,
बिहार के जाने माने उद्योगपति गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्याकांड का भारी राजनीतिक दबाव के बीच पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि जमीनी विवाद में सुपारी देकर हत्या कराई गई है। । इस सिलसिले में पुलिस ने फतुहा औद्योगिक क्षेत्र और आरा में छापेमारी की तथा हत्या की साजिश रचने में शामिल पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। रेंज आईजी जितेंद्र राणा ने बताया कि पुलिस हत्या की जांच जमीन विवाद के एंगल से कर रही है। साथ ही अन्य पहलुओं की भी गहनता से छानबीन की जा रही है।
इस हत्याकांड की जांच के दौरान शनिवार को कमिश्नर, आईजी, एसएसपी, चार सिटी एसपी, कई डीएसपी और एक दर्जन थानाध्यक्षों की टीम ने बेऊर जेल में छापा मारा। वहां बंद कुख्यात अजय वर्मा से करीब आधे घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस को शक है कि हत्या उसी के गिरोह ने कराई है। गोपाल खेमका के छोटे बेटे डॉ. गौरव खेमका के बयान पर गांधी मैदान थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इसके बाद सिटी एसपी दीक्षा के नेतृत्व में 35 सदस्यीय एसआईटी बनाई गई है। इसमें पटना पुलिस, एसटीएफ और पुलिस मुख्यालय की टीमें शामिल हैं।
पुलिस जांच में उजागर हुआ कि, खेमका की हत्या साज़िशन योजनाबद्ध तरीके से हुई थी। एक लाइनर लगातार उन पर नजर रख रहा था। गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से अपने रामगुलाम चौक स्थित अपार्टमेंट अकेले लौट रहे थे। लाइनर ने शूटर को सूचना दी। शूटर पहले से उनके घर के गेट पर घात लगाए बैठा था। जैसे ही गोपाल खेमका अपार्टमेंट में पहुंचे, शूटर उनकी कार के दाहिनी ओर से आया कनपटी पर गोली दाग दी। गोली सिर में धंस गई। और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। शूटर हत्याकांड को अंजाम देकर एसपी वर्मा रोड होते हुए फरार हो गया। बाद में परिजन उन्हें मेडिवर्सल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि, 20 दिसंबर 2018 को गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में जमीन विवाद में ही हत्या कर दी गई थी। हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र में उनकी पेपर मिल के गेट पर तीन गोलियां मारी गई थीं। ड्राइवर मनोज रविदार भी गोली लगने से घायल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में अभिषेक कुमार उर्फ मस्तु वर्मा, अरुण कुमार चौधरी, उनके बेटे आनंद कुमार चौधरी और राहुल आनंद उर्फ चीकू को गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में पटना हाईकोर्ट से साक्ष्य के अभाव में सभी को जमानत मिल गई। करीब दो साल पहले मस्तु वर्मा की हत्या कर दी गई, जबकि बाकी तीनों अभी जमानत पर बाहर हैं। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि गुंजन हत्याकांड में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। अब इस केस का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा ताकि आरोपियों को जल्द सजा दिलाई जा सके।
वहीं गोपाल खेमका के हत्याकांड संबंध में डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डंप डाटा खंगाल रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हत्याकांड पर गंभीरता दिखाते हुए डीजीपी विनय कुमार से पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जांच कर दोषियों की पहचान की जाए और साजिश का भी पर्दाफाश किया जाए। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
राहुल गांधी ने उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा कि पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की सरेआम गोली मारकर हत्या किए जाने ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को ”भारत की अपराध राजधानी” बना दिया है। ”आज बिहार लूट, गोली और हत्या के साए में जी रहा है। अपराध यहां आम बात हो गया है और सरकार पूरी तरह नाकाम है।” कांग्रेस नेता ने कहा, ”बिहार के भाइयो और बहनो यह अन्याय अब और नहीं सहा जा सकता। जो सरकार आपके बच्चों की सुरक्षा नहीं कर सकती वह आपके भविष्य की जिम्मेदारी भी नहीं ले सकती।” उन्होंने कहा, ”हर हत्या, हर लूट, हर गोली- एक चीख है बदलाव की। अब वक्त है एक नए बिहार का जहां डर नहीं, तरक्की हो। इस बार वोट सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बिहार को बचाने का है।”