उत्तराखंड, केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के चौथे दिन केदारनाथ धाम में फंसे 373 यात्रियों, स्थानीय लोगों एवं मजदूरों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं अन्य सुरक्षा बलों की मदद से लिनचोली तक पहुंचाने के लिए रवाना कर दिया गया है। लिनचोली से इन सभी को एयर लिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
केदारनाथ में सभी लोगों के लिए जिला प्रशासन, बीकेटीसी और तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा फूड पैकेट्स, पानी की बोतलें व फल उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उधर, रामबाड़ा चौमासी ट्रैक से एनडीआरएफ व एसडीआरएफ द्वारा 110 यात्रियों को रेस्क्यू कर चौमासी पहुंचा दिया गया है। ट्रैक पर सुरक्षा बलों द्वारा यात्रियों को लगातार फूड पैकेट्स, पानी सहित चिकित्सा उपचार उपलब्ध करवाया गया। अब तक इस मार्ग से 534 से अधिक यात्रियों एव स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन इंसानों के साथ साथ बेजुबान जानवरों के लिए भी संवेदनशीलता के साथ लगातार कार्य कर रहा है। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा यात्रा मार्गों पर फंसे हुए घोड़े खच्चरों के लिए साढ़े चार टन चारा अब तक चीरबासा हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाया जा चुका है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत के अनुसार गौरीकुंड क्षेत्र के पशु पालक और घोड़े खच्चर संचालक अपने पशुओं का लाइसेंस या अन्य प्रपत्र दिखाकर पशु आहार प्राप्त कर सकते हैं।
केदारघाटी में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में अब सर्च अभियान सेना की मदद से शुरू किया जा रहा है। सेना ने दो स्निफर डॉग यात्रा मार्ग के लिए रवाना कर दिए हैं। डॉग यूनिट मौके पर पहुंच गई है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से इन्हें लिनचोली उतारा जा चुका है। जहां से पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू किया जाएगा।
Rescue of more than 534 travelers and local people stranded in Kedarnath Dham on the fourth day of the rescue operation