देहरादून 07 मई 2022
विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंफेक्शन कंट्रोल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि, अस्पताल में ऐसे कई बैक्टीरिया और वायरस घूमते रहते हैं, जो बीमार और कमजोर मरीजों को और बीमार कर देते हैं । और उनकी यह बीमारी लाइलाज हो जाती है। ये ऐसा बैक्टीरिया होता है जिस पर आमतौर पर दवाएं बेअसर हो चुकी होती हैं ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सेप्सिस यानी खून और दूसरे ऑर्गन में मौजूद इंफेक्शन के आधे से ज्यादा केस अस्पताल की वजह से होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक अच्छी हाइजीन के बावजूद कई बड़े देशों में भी इंफेक्शन के हालात खराब है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अगर इंफेक्शन कंट्रोल के तरीके अपना लिए जाएं तो हेल्थ केयर में होने वाला ये खतरा 70 प्रतिशत कम हो सकता है। एल्कोहल बेस्ड हैण्ड रब अस्पताल में जरुरी जगह पर मौजूद होना चाहिए। जैसे मरीज के बेड के पास, एमरजेंसी, फर्स्ट एड, ओटी के बाहर आदि. आईसीयू में पहनकर जाने वाला एप्रन आईसीयू से बाहर नहीं आना चाहिए। ये नियम डॉक्टर, तीमारदार और मरीज सभी के लिए है। इसी तरह डॉक्टर जो स्टेथोस्कोप या कोई भी उपकरण अपने साथ लेकर जाएं उसे सेनेटाइज करने के बाद ही आईसीयू से बाहर लाया जाए. इसी तरह आईसीयू में मोबाइल फोन इंफेक्शन का बड़ा सोर्स बनते हैं. मोबाइल को अस्पताल के इंफेक्शन वाले एरिया में ना लाया जाए तो बेहतर है।