December 21, 2025

बाबा बंदा सिंह बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिया, उनके साहस को कभी भुलाया नहीं जा सकता : मीनाक्षी लेखी

देहरादून 26 जून 2022, 

दिल्ली: राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने महान योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर का शहादत दिवस 25 जून को नई दिल्ली स्थित लाल किले में मनाया। भारतीय कैलेंडर के आधार पर महान सिख शासक का शहादत दिवस 25 जूनको पड़ता है।रेड फोर्ट लॉन्स पर हुए इस कार्यक्रम में संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ ही एनएमए चेयरमैन तरुण विजय और बाबा बंदा सिंह बहादुर की 10वीं पीढ़ी के वंशज बाबा जतिंदर पाल सिंह सोढी शामिल हुए।

     इस अवसर पर अपने संबोधन में मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर ने अपने जीवन का बलिदान करके अपने धर्म की रक्षा की और उनके साहस को कभी भूलना नहीं चाहिए। पंजाब के युवाओं को बाबा बंदा सिंह बहादुर जी से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बंदा बहादुर के शहादत स्थल को एक राष्ट्रीय स्मारक स्थल घोषित करवाने का आश्वासन दिया। 

    बाबा बंदा सिंह बहादुर एक महान सिक्ख योद्धा थे और उस खालसा आर्मी के एक कमांडर थे जिन्होंने मुगलों को शिकस्त दी और उत्तर भारत के एक बड़े हिस्से को दमनकारी मुगल शासन से मुक्त कराया और पंजाब में खालसा शासन की स्थापना की थी। बंदा सिंह बहादुर ने जमींदारी व्यवस्था खत्म की और भूमि जोतने वालों को संपत्ति का अधिकार दिया। वह एक महान शासक थे, जिन्होंने नानक शाही सिक्कों की शुरुआत की। उन्हें मुगल शासक फर्रुखसियार ने पकड़ लिया और महरौली में उनकी शहादत हो गई, जहां उनकी याद में एक स्मारक बनाया गया है।

 

 

 

 

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright2017©Spot Witness Times. Designed by MTC, 9084358715. All rights reserved. | Newsphere by AF themes.