Maharashtra, 04 September 2026
कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर का आरोप लगाया कि, उन्होंने इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दिया, जिससे उनके बेटों से जुड़ी कंपनियों को फायदा हुआ।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 2014 से इथेनॉल उत्पादन पर जोर दे रहे हैं। उनके बेटों की कंपनियां, सियान एग्रो इंडस्ट्रीज और मानस एग्रो इंडस्ट्रीज, इथेनॉल उत्पादन में शामिल हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया कि सियान एग्रो की आय जून 2024 में 18 करोड़ रुपये से बढ़कर जून 2025 में 523 करोड़ रुपये हो गई और इसका शेयर मूल्य 2184% बढ़ गया।
कांग्रेस ने एक आंकड़ा बताते हुए कहा कि, सरकार की 20% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी-20) नीति ने आम लोगों को नुकसान पहुंचाया है। क्योंकि इससे वाहनों की माइलेज कम हुई, रखरखाव लागत बढ़ी और पेट्रोल की कीमतें 2014 के 71.41 रुपये प्रति लीटर से 2025 में 94.77 रुपये प्रति लीटर हो गईं। कांग्रेस नेता खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री गडकरी के 2018 में दिए गए एक बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि इथेनॉल से पेट्रोल 55 रुपये प्रति लीटर और डीजल 50 रुपये प्रति लीटर होगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इथेनॉल उत्पादन के लिए 3000 लीटर पानी प्रति य की खपत होती है, जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है।
पवन खेड़ा ने सरकार से सवाल पूछा कि क्या इथेनॉल नीति किसानों की समृद्धि के लिए थी या यह गडकरी के बेटों और उनकी कंपनियों के लिए लाभ पंहुचाने के लिए हुई है? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या लोकपाल गडकरी और उनके बेटों के खिलाफ आरोपों की जांच करेगा? 2014 से अब तक 38.89 लाख करोड़ रुपये के ईंधन उपकर के बाद भी आम लोगों को राहत क्यों नहीं मिली?
वहीं भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी केवल तथ्यहीन आरोप लगाए हैं। लेकिन अदालतों में संबंधित विभागों में कोई सबूत पेश नहीं करती। उन्होंने कांग्रेस से जीएसटी सुधारों जैसे रचनात्मक मुद्दों पर चर्चा करने की चुनौती दी है।