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गुलामी के कानूनों को हटाकर दंड संहिता के स्थान पर न्याय संहिता लागू की गई है। ‘जन-विश्वास’ और ‘जन-भागीदारी’ के साथ जनता का जीवन सुगम बनाया गया है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु। - Separato Spot Witness Times
राष्ट्रीय समाचार

गुलामी के कानूनों को हटाकर दंड संहिता के स्थान पर न्याय संहिता लागू की गई है। ‘जन-विश्वास’ और ‘जन-भागीदारी’ के साथ जनता का जीवन सुगम बनाया गया है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु।

दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 18वीं लोकसभा के पहले बजट सत्र की शुरुआत अपने अभिभाषण से की। राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। उन्होंने कहा हमने दो माह पहले हमने संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ मनाई है, और कुछ दिन पहले ही भारतीय गणतंत्र ने 75 वर्षों की यात्रा भी पूरी की है। ये अवसर लोकतन्त्र की जननी के रूप में भारत के गौरव को नयी ऊंचाई देगा। मैं सभी देशवासियों की तरफ से बाबासाहेब आंबेडकर समेत सभी संविधान निर्माताओं को नमन करती हूं।

राष्ट्रपति ने कहा इस समय देश में महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व भी चल रहा है। महाकुंभ, भारत की सांस्कृतिक परंपरा का, भारत की सामाजिक चेतना का पर्व है। देश और दुनिया से आए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज में पुण्य स्नान कर चुके हैं। मैं मौनी अमावस्या के दिन हुए हादसे पर अपना दुख व्यक्त करती हूं, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।राष्ट्रपति ने त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर मुफ्त राशन तक का जिक्र किया और कहा कि गरीबों को सम्मान के साथ जीने का अवसर मिला। मध्यम वर्ग के सपनों को भी उड़ान मिली है। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। सरकार का मंत्र है- सबका साथ, सबका विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है।

राष्ट्रपति ने आगे कहा कि सरकार का लक्ष्य विकसित भारत बनाना है। देश में 25 करोड़ आबादी को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है। आठवें वेतन आयोग के गठन का फैसला लिया गया है। घर के लोन पर सब्सिडी दी जा रही है।महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास जारी है। हमारी सरकार वीमेन लेड डेवलपमेंट पर विश्वास करती है।

राष्ट्रपति ने स्टार्टअप इंडिया से डिजिटल इंडिया तक, योजनाओं का जिक्र कर रोजगार के अवसर भी गिनाए। साथ ही कहा कि एक करोड़ युवाओं के लिए इंटर्नशिप की व्यवस्था से युवाओं को काम करने का अनुभव प्राप्त होगा। राष्ट्रपति ने कहा, ‘विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान और विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत अहम रोल होता है। हमारा लक्ष्य भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना है। देश के शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ की लागत से अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन स्थापित किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार की ओर से कृत्रिम मेधा आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में देश के योगदान को आगे बढ़ाते हुए इंडिया एआई मिशन शुरू किया गया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘ओएनडीसी की व्यवस्था ने डिजिटल कॉमर्स यानि ऑनलाइन शॉपिंग की व्यवस्था को समावेशी बनाने का काम किया है। आज देश में छोटे उद्योगो को भी आगे बढ़ने का समान अवसर मिल रहा है।

सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण में पच्चीस हज़ार बस्तियों को जोड़ने के लिए सत्तर हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। आज जब हमारा देश अटल जी की जन्म शताब्दी का वर्ष मना रहा है, तब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना उनके विजन का पर्याय बनी हुई है। देश में अब इकहत्तर वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेन चल रही हैं, जिनमें पिछले छह माह में ही सत्रह नई वंदे भारत और एक नमो भारत ट्रेन को जोड़ा गया है।“वन नेशन-वन इलेक्शन” और “वक़्फ़ अधिनियम संशोधन” जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी सरकार ने तेज गति से कदम आगे बढ़ाए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसरो के सैटेलाइट सफलतापूर्वक स्थापित करने का जिक्र करते हुए कहा कि वह दिन भी दूर नहीं जब भारत में निर्मित गगनयान में अंतरिक्षयात्री भी अंतरिक्ष में जाएंगे। ओलंपिक से पैरालंपिक और विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में भारत ने अपना परचम लहराया है। राष्ट्रपति ने कहा कि किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने के लिए समर्पित भाव से मेरी सरकार काम कर रही है। उन्होंने अनाज उत्पादन के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि भारत आज विश्व का सबसे बड़ा दूध, दाल और मसालों का उत्पादक है. मोटे अनाज की खरीद पर तीन गुना अधिक राशि खर्च की गई है। राष्ट्रपति ने कहा समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे, ये सरकार की प्राथमिकता है। स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च परिवार में कम हो रहा है। एक लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए नौ करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। दिमागी बुखार से लड़ने में देश को काफी सफलता मिली है। टीबी के मरीजों की संख्या भी घटी है. टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें। भारत में मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में भी व्यापक सुधार हुआ है। टेली मेडिसीन के माध्यम से भी नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ मिला है। अगले 5 साल में मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार सीटें बढ़ाने पर भी काम कर रही है। रोजगार के अनेक नए अवसर उपलब्ध हो रहा है।

राष्ट्रपति ने 1700 विमानों का ऑर्डर एविएशन कंपनियों की ओर से दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो गई है। मेरी सरकार ने सौ औद्योगिक पार्क बनाने का भी निर्णय लिया है। शहरी यातायात को सुगम बनाने का कार्य भी लगातार जारी है। भारत में मेट्रो नेटवर्क एक हजार किलोमीटर से भी अधिक हो गया है और भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश चल रहा है। देश में 15 रोप-वे प्रोजेक्ट्स पर भी काम हो रहा है।

सरकार ने संविधान के लागू होने से पहले बने कानूनों की विस्तृत समीक्षा की है। कई कानूनों को निरस्त या संशोधित किया जा रहा है ताकि पूरा तंत्र वर्तमान सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर सके।

सरकार अब तक पंद्रह सौ से अधिक पुराने अनावश्यक कानूनों को निरस्त कर चुकी है। गुलामी के कानूनों को हटाकर दंड संहिता के स्थान पर न्याय संहिता लागू की गई है। ‘जन-विश्वास’ और ‘जन-भागीदारी’ के साथ मेरी सरकार जनता का जीवन सुगम बनाने पर कार्य कर रही है। विवादों को निपटाने के लिए ‘विवाद से विश्वास’ की पहल की गई है।इसी भावना के साथ सरकार ने चालीस हज़ार से अधिक नियमों को कम या सरल किया है और पैंतीस सौ प्रावधानों को अपराधमुक्त किया है।

 

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